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अब पद्म पुरस्कार में पारदर्शिता
अब पद्म पुरस्कार में पारदर्शिता आईरूये लोगों का अवॉर्ड बने


नयी दिल्ली -उप-राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ नेकहा कि पद्म पुरस्कार दिए जाने की प्रक्रिया में पारदर्शिता आई है। अब पद्म पुरस्कार लोगों के पद्म अवॉर्ड बन गए हैं। धनखड़ ने बिना किसी का नाम लिए कहा, एक वक्त वो भी था, जब पद्म पुरस्कार दिए जाने की प्रक्रिया में इवेंट मैनेजमेंट और सरपरस्ती भी शामिल होती थी। उन्होंने कहा कि सरपरस्ती, दोस्ती या इवेंट मैनेजमेंट की वजह से मिला हुआ पुरस्कार असल में पुरस्कार नहीं है, क्योंकि इसकी कोई विश्वसनीयता नहीं रह जाती है।

धनखड ़असम शीर्ष नागरिक पुरस्कार देने के लिए गुवाहाटी पहुंचे थे। अवॉर्ड सेरेमनी के दौरान धनखड़ ने कहा कि समाज की विविधता का प्रतिनिधित्व करने वाली 22 हस्तियों को बहुत पारदर्शी तरीके से राज्य का नागरिक सम्मान दिया गया है। इस मौके पर असम के राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया ने विभिन्न क्षेत्रों की 22 हस्तियों को सम्मानित किया। राज्य का सर्वाेच्च नागरिक पुरस्कार ‘असम वैभव’ राज्यसभा सदस्य रंजन गोगोई को दिया गया। दूसरा सबसे बड़ा पुरस्कार ‘असम सौरभ’ से चार लोगों को सम्मानित किया गया, जबकि तीसरा सबसे बड़ा पुरस्कार ‘असम गौरव’ 17 लोगों को मिला।

अपने संबोधन में धनखड़ ने कहा कि देश एक विकसित देश बनने की ओर बढ़ रहा है और जल्द ही दुनिया की दूसरी या तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था होगा। उन्होंने कहा कि हमारी 5000 साल पुरानी संस्कृति, जो हमें विरासत में मिली है, उसने हमें सिखाया है कि हमें ऐसी स्थिति में क्या करना चाहिए। हमें दुनिया को रास्ता दिखाना है। अब ऐसा हो गया है कि जो लोग हमें बहुत पहले राय देते थे, वे अब हमारी राय मांगते हैं। आज हम शीर्ष पांच में हैं, दो-तीन साल में हम शीर्ष तीन में पहुंच जाएंगे।
(UPDATED 14TH FEB 24)