एचआईवी/एड्स को समाप्त करने को भारत प्रतिबद्ध-अनुप्रिया /////भारत दुनिया की सबसे तेज़ अर्थव्यवस्था के रूप में उभरा है,-उपराष्ट्रपति ///ब्रिटिश काउंसिल के सहयोग से वीमेन इन स्पेस लीडरशिप कार्यक्रम आरम्भ///श्रम सचिव ने ईएलआई योजना पर ईपीएफओ अधिकारियों के साथ बैठक की////लिंग आधारित हिंसा समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर ///8 लोगों की मौत लापरवाही एवं नियम अवहेलना का परिणाम है/////सिडनी, में व्यापार संवर्धन के लिए कार्यालय स्थापना -गोयल////अल्पसंख्यक कार्य मंत्री श्री किरेन रिजिजू ने स्वच्छता ही सेवा अभियान में भाग लिया/////
Home | Latest Articles | Latest Interviews |  Past Days News  | About Us | Our Group | Contact Us

Detailed Discussion Forum
विकास जैन
आज़ादी शब्द हर किसी के जीवन में अलग ही सकुन और शांति को महसूस कराता है, किन्तु यह सकुन और शांति हर किसी को नहीं मिलती है। बहुत भाग्यशाली होते हे जिन्हें जीवन में जीने के लिए आज़ादी मिलती हे । देश के नागरिक के तौर पर आज़ाद देश का नागरिक होना हर किसी का सपना होता है, ९० वर्ष तक अंग्रेजो के विरुद्ध लड़ कर अंततः हमें आज़ादी तो मिल गयी किन्तु आज़ादी के संस्कार नहीं मिले फलस्वरूप आज हमें आज़ादी की कीमत का एहसास ही नहीं है । आजादी का सम्मान करना केवल एक ऐतिहासिक घटना को याद रखने से कहीं अधिक है उन लोकतांत्रिक मूल्यों को बनाए रखना जो आज़ादी के साथ हमें मिले है । किन्तु राजनैतिक विचारधारा के इस नफरती युग में आज़ादी के मूल संस्मरण को हमने खो दिया है। आज भी हम वैचारिक रूप से आज़ाद नहीं है किसी राजनैतिक दल ने हमारा वोट लेने के लिए कुछ फ्री का लालच दिया और हमने अपनी आज़ादी को चंद पैसो के खातिर किसी और के हाथ में दे दिया ।

आज यदि किसी शहीद की आत्मा आकर यह देखे की कैसे कुछ राजनैतिक दल वोट पाने के चक्कर में फिर से विदेशियों (रोहिंग्या) को अवैध रूप से देश में नागरिकता दिलवा रहे है और अपना वोट बैंक मजबूत कर रहे है तो उसे अपनी शहादत पर गर्व नहीं दुःख होगा । भारत ने एक मजबूत लोकतांत्रिक प्रणाली स्थापित की है चुनावी प्रक्रिया और स्वतंत्र न्यायपालिका ने लोकतांत्रिक मूल्यों को सशक्त किया है। आजादी के बाद से, भारत की अर्थव्यवस्था में भी निरंतर विकास हुआ है। यही कारण है की आज हमारा देश वैश्विक अर्थव्यवस्था में अंग्रेजो से एक कदम आगे हे ।

भारत ने विज्ञान और तकनीकी क्षेत्रों में भी उल्लेखनीय प्रगति की है और यही कारण है की चन्द्रमा पर पहुंचकर शिव शक्ति स्थापित करना अपने आप में बहुत बड़ी उपलब्धि हे, ठीक उसी तरह आज दुनिया में इंफार्मेशन टेक्नोलोजी में भारतीय दुनिया की प्रमुख कंपनियों को निर्देशित कर रहे है । भारत ने अपनी आज़ादी का सम्मान करते हुए एक स्वतंत्र, लोकतांत्रिक, और प्रगतिशील राष्ट्र के रूप में वैश्विक रूप से अपनी पहचान बनाई है आज़ाद देश के शिक्षित और मजबूत्त नागरिको को यह जरूर ध्यान रखना चाहिए की आज़ादी बहुत मूल्यवान है, इसका सन्मान करके ही आने वाली पीढ़ी को हम एक मजबूत राष्ट्र बनाने में अपना असीमित सहयोग दे सकते हे
-------------
लेखक एवं प्रस्तुति
मध्यप्रदेश के इंदौर में औद्योगिक सलाहकार एवं धर्म सहित राजनीतिक विषयों के विचारक विकास जैन
-------------