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गृहमंत्री शाह ने कहा ये कानून किसी की नागरिकता नहीं
गृहमंत्री शाह ने कहा ये कानून किसी की नागरिकता नहीं छीनेगा, मुस्लिमों को उकसाया जा रहा है-- ’’सीएए’’ लोकसभा चुनाव के पहले लागू होगा


नयी दिल्ली - गृहमंत्री अमित शाह ने आज कहा कि लोकसभा चुनाव से पहले देश में सीएए का नोटिफिकेशन जारी होगा। उन्होंने कहा कि मैं साफ कर देना चाहता हूं कि इससे किसी भी व्यक्ति की नागरिकता नहीं छीनी जाएगी। इसका उद्देश्य केवल धार्मिक उत्पीड़न का सामना कर रहे पाकिस्तानी, अफगानिस्तानी और बांग्लादेशी अल्पसंख्यकों को नागरिकता देना है। राम मंदिर पर धन्यवाद प्रस्ताव के दौरान उन्होंने कहा कि 22 जनवरी आने वाले वर्षों के लिए ऐतिहासिक दिन होगा। यह वह दिन था, जिसने सभी रामभक्तों की आशाओं और आकांक्षाओं को पूरा किया।

अमित शाह ने आज ही एक बिजनेस समिट में कहा कि कांग्रेस सरकार ने सीएएलागू करने का वादा किया था। जब कई देशों में अल्पसंख्यक लोगों पर अत्याचार हो रहे थे, तो कांग्रेस ने रिफ्यूजियों को भरोसा दिलाया था कि वे भारत आ सकते हैं। उन्हें यहां की नागरिकता दी जाएगी, लेकिन अब कांग्रेस अपनी बात से मुकर रही है।

गृह मंत्री ने कहा कि हमारे देश के अल्पसंख्यक समुदायों, खासतौर पर मुस्लिम समुदाय को उकसाया जा रहा है।सीएए किसी की सिटिजनशिप नहीं छीन सकता है, क्योंकि इसमें ऐसा कोई प्रावधान ही नहीं है। सीएए ऐसा एक्ट है जो बांग्लादेश, अफगानिस्तान और पाकिस्तान में अत्याचार सह रहे रिफ्यूजियों को नागरिकता दिलाएगा।

गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, 22 जनवरी का दिन महान भारत की यात्रा की शुरुआत का दिन है। ये दिन मां भारती विश्व गुरु के मार्ग पर ले जाने को प्रशस्त करने वाला दिन है। इस देश की कल्पना राम और रामचरितमानस के बिना नहीं की जा सकती। राम का चरित्र और राम इस देश के जनमानस का प्राण है। उन्होंने कहा कि रामलला की प्राण प्रतिष्ठा से पूर्व पीएम नरेंद्र मोदी ने हर नियम का पालन किया। 11 दिन तक प्रधानमंत्री शय्या पर नहीं सोए। उन्होंने कहा कि राम मंदिर आंदोलन से अनभिज्ञ होकर कोई भी इस देश के इतिहास को पढ़ ही नहीं सकता।
(UPDATED OIN 10TH FEB 24)