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प्रधानमंत्री मोदी ने दुबई में वलर््ड
प्रधानमंत्री मोदी ने दुबई में वलर््ड गर्वनमेंटस शिखर सम्मेलन को संबोधित किया-भारत दुनिया को जन-समर्थक दृष्टिकोण के माध्यम से रास्ता दिखा रहा है


नयी दिल्ली -प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज दुबई में वर्ल्ड गर्वनमेंटस शिखर सम्मेलन को संबोधित किया। उन्घ्होंने आधुनिक दुनिया में पिछली शताब्दी की चुनौतियों की दृढता को स्घ्वीकार करते हुए स्वास्थ्य सुरक्षा, भोजन तथा पानी की कमी, ऊर्जा सुलभता, शिक्षा और समावेशी समाज बनाने जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर प्रकाश डाला।मोदी ने भारत के उत्थान, जन भागीदारी, सामाजिक समावेशन और सतत विकास का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि आज सरकारों को नागरिक कल्याण सुनिश्चित करने के लिए एकसमान संघर्ष का सामना करना पड़ता है।

प्रधानमंत्री मोदी ने भारत के भविष्य को बनाने में नागरिकों की भागीदारी पर जोर देते हुए न्यूनतम सरकार, अधिकतम शासन के अपने दर्शन का उल्लेख किया। उन्होंने इस सहयोगात्मक दृष्टिकोण की शक्ति के उदाहरण के रूप में स्वच्छ भारत अभियान, जनभागीदारी और बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ जैसी पहल की सफलता की कहानियों का हवाला दिया।

प्रधानमंत्री ने वित्तीय समावेशन में भारत की महत्वपूर्ण प्रगति पर गर्व करते हुए कहा कि भारत ने 50 करोड़ लोगों को बैंकिंग सुविधा प्रदान की है, जिससे यह फिनटेक और डिजिटल भुगतान में विश्व में अग्रणी बन गया है। उन्होंने संसद में प्रतिनिधित्व और समर्पित युवा कौशल विकास कार्यक्रमों के माध्यम से महिलाओं के सशक्तिकरण पर प्रकाश डाला, जिससे सभी के लिए समान अवसर सुनिश्चित होंगे।

श्री मोदी ने घोषणा की कि भारत जल्द ही वैश्विक स्तर पर तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप इकोसिस्टम होगा। उन्होंने इस वृद्धि का श्रेय समावेशी प्रगति की प्राथमिकता-सबका साथ, सबका विकासश् नीति को दिया। उन्होंने सरकार के अंतिम मील तथा संतृप्ति दृष्टिकोण, भ्रष्टाचार को कम करने और विकास पहल से प्रत्येक नागरिक के लाभ सुनिश्चित करने पर जोर दिया। प्रधानमंत्री मोदी ने एआई, क्रिप्टोकरेंसी और साइबर सुरक्षा खतरों जैसी उभरती प्रौद्योगिकियों के लिए समान संसाधन-साझाकरण और मजबूत प्रोटोकॉल का समर्थन किया।

प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन का समापन करते हुए घोषणा की कि भारत दुनिया को जन-समर्थक दृष्टिकोण के माध्यम से आगे का रास्ता दिखा रहा है जो पर्यावरण की भी रक्षा करता है। उनके भाषण में समावेशी, टिकाऊ और पारदर्शी शासन का संदेश था जिसने भारत को विश्व मंच पर एक नेता के रूप में स्थापित किया। प्रधानमंत्री मोदी ने वर्ल्ड गर्वनमेंटस शिखर सम्मेलन के महत्व को रेखांकित किया, वैश्विक नेताओं से गंभीर चुनौतियों से निपटने के लिए स्मार्ट, प्रौद्योगिकी-संचालित, पारदर्शी और पर्यावरणीय रूप से टिकाऊ शासन को अपनाने का आग्रह किया।
(UPDATED 14TH FEB 24)