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अंडमान एवं निकोबार के 21 द्वीपों के नये नामों की वर्षगांठ पर ’अभियान परमवीर’ लॉन्च
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने नई दिल्ली में परमवीर चक्र (पीवीसी) पुरस्कार विजेताओं के नाम पर रखे गए अंडमान एवं निकोबार द्वीपसमूह के 21 द्वीपों के लिए अपनी तरह के पहले खुले जल में तैराकी अभियान का ध्वज प्राप्त किया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पिछले साल 23 जनवरी को नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती के उपलक्ष्य में पराक्रम दिवस के अवसर पर अंडमान एवं निकोबार के 21 सबसे बड़े अनाम द्वीपों का नाम पीवीसी पुरस्कार विजेताओं के नाम पर रखा था।

नए नाम रखने की पहली वर्षगांठ मनाने के लिए, त्रि-सेवा अंडमान एवं निकोबार कमांड ने श्अभियान परमवीरश् लॉन्च किया, जिसमें भारतीय सेना, भारतीय नौसेना, भारतीय वायु सेना और भारतीय तटरक्षक बल के कर्मियों की एक टीम ने सभी 21 द्वीपों तक तैराकी की और 21 वीरता पुरस्कार विजेताओं की वीरता एवं बलिदान के प्रति श्रद्धांजलि के रूप में प्रत्येक द्वीप पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया। इस 11-सदस्यीय अभियान दल का नेतृत्व प्रसिद्ध खुले जल के तैराक एवं तेनज़िंग नॉर्वे राष्ट्रीय साहसिक पुरस्कार विजेता विंग कमांडर परमवीर सिंह ने किया।

अपने संबोधन में, रक्षा मंत्री ने तैराकी टीम के साहस और क्षमता की सराहना की, जिसने समुद्र में कई चुनौतियों को पार करते हुए इस अभियान को सफलतापूर्वक पूरा किया और परमवीरों की वीरता एवं बलिदान की कहानियों को लोगों तक पहुंचाया। उन्होंने कहा कि यह अभियान यह सुनिश्चित करने की दिशा में सरकार के प्रयासों के अनुरूप था कि राष्ट्र की सेवा में अपना बलिदान देने वाले हमारे सैनिकों के वीरतापूर्ण कार्यों के बारे में लोगों, विशेषकर युवाओं को पता चले और ये बहादुर उनके नायक बनें। उन्होंने आशा व्यक्त की कि सशस्त्र बल के जवान देश को गौरवान्वित करते रहेंगे और युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत बने रहेंगे।(updated on 20th Sept 24)
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