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पीएम मोदी ने असम में मां
पीएम मोदी ने असम में मां कामाख्या एक्सेस कॉरिडोर की आधारशिला रखी-आजादी के बाद पूजा स्थलों के महत्व को सरकारों ने नहीं समझा


नयी दिल्ली - प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज कहा कि हमारे तीर्थ, हमारे मंदिर, हमारे आस्था के स्थान, ये सिर्फ घूमने की जगह नहीं हैं। ये हमारी सभ्यता की हजारों साल की यात्रा के अमिट संकेत हैं। ये इस बात का सबूत है कि भारत किस तरह हर संकट के सामने मजबूती से खड़ा रहा। उन्होंने कहा आजादी के बाद जो लोग वर्षों तक सत्ता में रहे, वे भी पवित्र पूजा स्थलों के महत्व को नहीं समझ सके। राजनीतिक फायदे के लिए उन्होंने अपनी ही संस्कृति और इतिहास पर शर्म करने का चलन शुरू कर दिया। कोई भी देश ऐसा नहीं कर सकता। अपने इतिहास को नज़र अंदाज़ करके प्रगति की। लेकिन, पिछले दस वर्षों में देश की स्थिति बदल गई है।

मोदी ने यह बात आज असम के गुवाहाटी में मां कामाख्या एक्सेस कॉरिडोर की आधारशिला रखी रखने के बाद अपने संबोधन में कही। उन्होंने राज्य के विकास के लिए करीब 11 हजार करोड़ रुपये की परियोजनाओं की सौगात दी। उन्होंने कहा कि 11,000 करोड़ रुपये की परियोजनाओं के उद्घाटन से असम, पूर्वाेत्तर का दक्षिण एशिया के अन्य देशों से संपर्क मजबूत होगा। इन परियोजनाओं से पर्यटन क्षेत्र में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। इस परियोजना के बन जाने से तीर्थ यात्रियों को वर्ल्ड क्लास सुविधाएं मिलेंगी। पीएम मोदी ने कहा-असम का प्यार मेरी अमानत है।

पीएम मोदी ने कहा, बीजेपी सरकार से पहले असम में सिर्फ 6 मेडिकल कॉलेज थे, जबकि आज 12 मेडिकल कॉलेज हैं। असम आज पूर्वाेत्तर में कैंसर के इलाज का बड़ा केंद्र बन रहा है। उन्होंने आज यहां एक रोड शो भी किया, जिसमें एक खुले छत वाले वाहन से हाथ हिलाते और मुस्कुराते हुए हजारों की संख्या में सड़कों के दोनों किनारों पर खड़े स्थानीय लोगों ने उनका नाम लिया और जोर-जोर से जयकारे लगाए।
(updated on 4th feb 24)
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