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उदयप्रताप सिंह
15 अगस्त 2024 की चर्चा करते हुए हमें 76 साल पहले के घटनाक्रम एवं हालात पर भी बात करनी होगी। हमें उस वक्त के हालात पर भी नजर डालने की जरूरत है। अगर ऐसा होता है और उस वक्त के हालात का जब हम सिंहावलोकन वर्तमान समय के साथ करें तो हमें आजादी का महत्व समझ में आ जाएगा। आज देश में प्रजातंत्र है लेकिन 76 वर्ष पहले ऐसा नहीं था। आज हम प्रजातंत्र के तहत अपनी बात को कह सकते हैं । हम स्वच्छंद तरीके से अपनी बात को कह नहीं पाते थे लेकिन आज देश में केंद्र सरकार लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा के लिए दृढ़ता के साथ देश को नेतृत्व दे रही है। जिन देशों में प्रजातांत्रिक प्रणाली नहीं है हम वहां के हालात भी देख रहे हैं। इन मुल्कों के लोग भारत के लोकतंत्र को लेकर भारत का उदाहरण अपने-अपने देश में देते हैं। इन देशों में नागरिकों को उनके मौलिक अधिकार ही नहीं हैं जबकि हमारे देश में सभी नागरिक बराबरी के आधार पर अपने जीवन का मार्ग तय करते हैं और अपने विकास तथा रोजगार के लिए स्वतंत्र हैं। यहां संविधान भी है और संविधान के तहत हर नागरिक को उसके मौलिक अधिकार दिये गए हैं।

इसी क्रम में मैं यह भी कहना चाहूंगा कि हमारा राष्ट्रीय ध्वज हमारे गौरव एवं शान का प्रतीक है। यह हमें शांति,सद्भाव के साथ प्रगति का रास्ता चयन करने का संदेश देता है। हमारा राष्ट्रीय ध्वज हमारी एकता का प्रतीक है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने इस बार भी लोगों को अपने-अपने घरों पर तिरंगा फहराने का जो आह्वान किया है उसका भावार्थ यही है कि हर देशवासी देशप्रेम की भावना के साथ अपने कर्तव्य, अपने इतिहास तथा अपनी जिम्मेदारियों को समझे।

मेरा मध्यप्रदेश सहित देश के सभी नागरिकों से यही कहना है कि हमें बहुत ही विषम हालात में आजादी मिली है। हमें इस आजादी के महत्व को समझना है। हमें अपने देश को कमजोर नहीं होने देना है। हमें अपने देश को मजबूत और विकसित बनाने में अपना योगदान देना है। हम अपनी जिम्मेदारियां का निर्वहन करें तथा प्रण करें कि देश के स्वाभिमान की रक्षा करेंगे तथा सभी मिलजुलकर आपस में रहते हुए देश के गौरव की गाथा लिखेंगे। जयहिंद।

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लेखक एवं प्रस्तुति
पूर्व लोकसभा सदस्य तथा मध्यप्रदेश सरकार में स्कूली शिक्षा एवं परिवहन मंत्रालय के केबिनेट मंत्री उदयप्रताप सिंह