आज की कांग्रेस टुकड़े-टुकड़े गैंग और अर्बन नक्सली-मोदी///जम्मू-कश्मीर में आतंक की वजह इस्लामिक स्टेट और अलकायदासमूह //-विकास की दिशा में जातिगत दबंगई खत्म करना आवश्यक/// खेती को लाभप्रद बनाने के अलावा, तीन अन्य बड़ी चुनौतियां-राष्ट्रपति//भारत अगले साल विश्व मनोरंजन शिखर सम्मेलन की मेजबानी करेगा///वर्ल्ड फूड इंडिया में एपीडा पवेलियन में कृषि-खाद्य पेशकश प्रदर्शित////नाबालिगों के लिए एनपीएस वात्सल्य पेंशन योजना शुरू////नड्डा ने वैश्विक खाद्य नियामक सम्मेलन के दूसरे संस्करण का उद्घाटन किया/////अंडमान एवं निकोबार के 21 द्वीपों के नये नामों की वर्षगांठ पर ’अभियान परमवीर’ लॉन्च ////
Home | Latest Articles | Latest Interviews |  Past Days News  | About Us | Our Group | Contact Us
पूर्वाेत्तर के राज्यों में दो उग्रवादी गुटों के साथ समझौता
पूर्वाेत्तर के राज्यों में दो उग्रवादी गुटों के साथ समझौता


केंद्र और त्रिपुरा सरकार तथा राज्य के दो उग्रवादी समूहों ने आज यहांएक शांति समझौते पर हस्ताक्षर किए। इस मौके पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि सरकार पूर्वाेत्तर क्षेत्र खासकर आदिवासियों की संस्कृति, भाषा और पहचान को संरक्षित रखते हुए उनके सर्वांगीण विकास के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने न सिर्फ पूर्वाेत्तर और दिल्ली के बीच की खाई को पाटकर उन्हें सड़क, रेलवे और उड़ानों के जरिए जोड़ा है, बल्कि दिलों के बीच की दूरी को भी पाटा है।

गृह मंत्री ने कहा कि 328 से अधिक उग्रवादी हथियार छोड़कर मुख्यधारा में शामिल होंगे और दोनों उग्रवादी समूहों के परिचालन वाले क्षेत्रों के विकास के लिए 250 करोड़ रुपये मंजूर किए गए हैं।

उन्होंने कहा कि समझौते पर हस्ताक्षर के साथ ही शांति और प्रगति की दिशा में त्रिपुरा की यात्रा में आज एक नया मील का पत्थर स्थापित हो गया। त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा और गृह मंत्रालय तथा राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारी भी नेशनल लिबरेशन फ्रंट ऑफ त्रिपुरा (एनएलएफटी) और ऑल त्रिपुरा टाइगर फोर्स (एटीटीएफ) के प्रतिनिधियों के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर के दौरान मौजूद थे। अमित शाह ने कहा कि मोदी सरकार में अपना भरोसा जताते हुए एनएलएफटी और एटीटीएफ ने 35 साल पुराने संघर्ष को समाप्त करने और मुख्यधारा में लौटने, हिंसा छोड़ने और समृद्ध एवं विकसित त्रिपुरा के निर्माण के लिए प्रतिबद्ध होने पर सहमति दी है। उन्होंने कहा, ष्मोदी सरकार पूर्वाेत्तर के, खासकर आदिवासी समूहों की संस्कृति, भाषा और पहचान को संरक्षित रखते हुए, समग्र विकास के लिए प्रतिबद्ध है। शाह ने कहा कि मोदी सरकार ने पूर्वाेत्तर क्षेत्र में शांति और विकास को सर्वाेच्च प्राथमिकता दी है।(updated on 4th sept 24)
-------