पीएम मोदी और शाह ने पुलिस कर्मियों के बलिदान का किया स्मरण////स्वतंत्रता के इतिहास के साथ छेड़छाड़ की गई,वंचितों को नहीं मिला श्रेय-उपराष्ट्रपति////ई-श्रम-वन स्टॉप सॉल्यूशन असंगठित श्रमिकों को सामाजिक सुरक्षा प्रदान करेगा-मंडाविया///कृषिमंत्री चौहान ने शहरी भूमि अभिलेख अंतर्राष्ट्रीय कार्यशाला का किया उद्घाटन/////स्थानीय खरीददारी को महत्व दीजिये////विधायक प्रजापति ने सिंचाई एवं नहर समीक्षा की////फर्जी-कॉल पर विधायी-कार्रवाई करने पर विचार कर रहा है नागरिक-उड्डयन मंत्रालयः///पूर्व ब्रिटिश प्रधानमंत्री डेविड कैमरून ने की भारत की संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में स्थाई सीट की वकालत/////केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने की सिंगापुर के प्रधानमंत्री लॉरेंसवोंगसेमुलाकात,/////नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी संयुक्त अरब अमीरात की आधिकारिक यात्रा पर//////
Home | Latest Articles | Latest Interviews |  Past Days News  | About Us | Our Group | Contact Us
बोस्टन और लॉस एंजेलिस में भारतीय वाणिज्य दूतावास खुलेंगे- मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि 21वीं सदी प्रौद्योगिकी की सदी है। प्रौद्योगिकी और लोकतंत्र के बीच संतुलन समय की मांग है। प्रधानमंत्री ने मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी, इंजीनियरिंग स्कूल द्वारा आयोजित न्यूयॉर्क में अग्रणी प्रौद्योगिकी कम्पनियों के मुख्य कार्यकारी अधिकारियों के साथ हुई एक गोलमेज बैठक में यह बात कही। उन्होंने कहा कि तकनीक के बगैर लोकतंत्र संकट का वातावरण सृजित करता है। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत प्रतिभा, लोकतंत्र और बाजार का एक देश है। इसके पूर्व प्रधानमंत्री ने अमेरिका के बोस्टन और लॉस एंजेलिस में दो नए भारतीय वाणिज्य दूतावास खोलने तथा ह्यूस्टन विश्वविद्यालय में तमिल अध्ययन के लिए तिरुवल्लुवर चेयर खोलने की योजना की घोषणा की ।

नयी दिल्ली में विदेश मंत्रालय के अनुसार प्रधानमंत्री ने कहा कि वे उन्हें हमेशा आत्मनिर्भर और सशक्त भारत की विकास यात्रा में सहयोगी यात्री और साझेदार के रूप में देखते हैं। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि भारत और अमरीका की प्रौद्योगिकी कम्पनियां एकसाथ मिलकर वैश्विक चुनौतियों से निपटने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभायेंगी। श्री मोदी ने कहा कि जब विश्व का सबसे बडा लोकतंत्र तेजी से विकसित होता है तो इससे वैश्विक शांति और समृद्धि भी आती है। विकसित भारत की दिशा में भारत की यात्रा का एक महत्वपूर्ण स्तम्भ के रूप में प्रौद्योगिकी का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि आज उनकी सरकार ने भारत में प्रौद्योगिकी सहयोग और निवेश के लिए अभूतपूर्व संभावनाएं सृजित की हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि आज भारतीय शासन न सिर्फ नीति संचालित है बल्कि हर क्षेत्र में निवेशकों को आश्वस्त करने वाली स्थिर और आशानुरूप नीतियों पर आधारित भी है। उन्होंने कहा कि भारतीय सरकार ने सेमीकंडक्टर उद्योग में 15 बिलियन डॉलर का निवेश किया है।

भागीदारी करने वाले मुख्य कार्यकारी अधिकारियों ने भारत के साथ सहयोग करने और निवेश में गहरी रूचि दिखाई। वैश्विक प्रौद्योगिकी केन्घ्द्र के रूप में भारत की बढती प्रभुता, नवाचार अनुकूल नीतियों और बाजार के बढते अवसरों से प्रेरित है। प्रौद्योगिकी उद्योगपतियों ने इसकी काफी सराहना की। उन्होंने कहा कि स्टार्टअप में निवेश भारत में नवाचार और नई प्रौद्योगिकी विकसित करने के लिए एक सुअवसर होगा। इस गोलमेज बैठक में एडोब के अध्घ्यक्ष और मुख्य कार्यकारी अधिकारी शांतनु नारायण, गूगल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुन्दर पिचाई, आई बी एम के मुख्घ्य कार्यकारी अधिकारी अरविन्द कृष्णा, एएमडी की अध्यक्ष और मुख्य कार्यकारी अधिकारी लीज़ा सू और एक्सेंचर की अध्यक्ष जूली स्वीट शामिल थे।
(UPDATED ON 23RD SEPT 24)
----------------