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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित टीचर्स से की बातचीत
देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित शिक्षकों से बातचीत की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित शिक्षकों से बातचीत के दौरान कहा, हमारा ध्यान प्राकृतिक खेती पर है। जो लोग धरती माता को बचाना चाहते हैं, वे सब चिंतित हैं। जिस तरह से हम धरती माता की सेहत के साथ अत्याचार कर रहे हैं, उसे बचाना बहुत जरूरी हो गया है और इसके लिए प्राकृतिक खेती एक अच्छा उपाय प्रतीत होता है।

प्रधानमंत्री ने कहा है कि शिक्षक राष्ट्र की बहुत महत्वपूर्ण सेवा कर रहे हैं और आज के युवाओं को विकसित भारत के लिए तैयार करने की जिम्मेदारी उन्हीं के हाथों में है। मोदी ने कहा कि हम सभी को विकसित भारत के लिए सक्षम नागरिक और युवा तैयार करने का प्रयास करना चाहिए। प्रधानमंत्री ने कहा कि शिक्षक भारत की विविधता से परिचित कराने के लिए विद्यार्थियों को शैक्षिक पर्यटन पर ले जा सकते हैं। इससे उन्हें सीखने में मदद और देश के बारे में जानने का अवसर मिलेगा। उन्होंने कहा कि इससे पर्यटन को प्रोत्साहन और स्थानीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा। प्रधानमंत्री ने शिक्षकों से विद्यार्थियों को ‘देखो अपना देश-लोगों की पसंद’ प्रतियोगिता के बारे में अवगत कराने के लिए भी कहा ताकि वे इसमें भाग ले सकें।

प्रधानमंत्री ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति के प्रभाव और मातृभाषा में शिक्षा के महत्व के बारे में भी चर्चा की। उन्होंने सुझाव दिया कि शिक्षक छात्रों को विभिन्न भाषाओं में स्थानीय लोक कथाओं के बारे में जानकारी दे सकते हैं ताकि वे कई भाषाएँ सीखें और भारत की जीवंत संस्कृति से भी परिचित हो सकें।
(UPDATED ON 7TH SEPTEMBER 24)
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