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-दिल्ली से रेलमंत्री वैष्णव और इंदौर से सीएम यादव जुड़े
-दिल्ली से रेलमंत्री वैष्णव और इंदौर से सीएम यादव जुड़े वीसी से---इंदौर-मनमाड रेल लाइन मध्यप्रदेश को देगी संजीवनी

देश के रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने आज मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डा.मोहन यादव को भरोसा दिलाया कि इंदौर और मनमाड के बीच 160 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से चलने वाली वंदे् भारत एक्सप्रेस मध्यप्रदेश के लिए अपार संभावनाएं लाएगी तो वहीं इस रेल लाइन के बीच पड़ने वाले स्टेशन वाले इलाकों को भी उद्योग तथा रोजगार के क्षेत्र में अपार अवसर मिलेंगे। ये रेल उद्योग के साथ ही इंदौर के नजदीक महाकाल नगरी उज्जैन के लिए भी अत्यंत सुविधाजनक साबित होगी। लाखों की संख्या में प्रतिवषर्प उज्जैन पहुंचने वाले धर्मप्रेमियों को भी वाया इंदौर इसका लाभांश मिलेगा। इस क्षेत्र को एकानॉमिक कॉरिडोर भी बनाया जाएगा।

केंद्रीय केबिनेट से मध्यप्रदेश एवं महाराष्ट्र के बीच अतिरिक्त रेल लाइन की मंजूरी के बाद आज रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव रेल भवन से सीधे इंदौर में डा. यादव से वीसी के माध्यम से जुड़े और इस नयी रेल लाइन पर विस्तार से जानकारी दी। इस मौके पर मध्यप्रदेश भाजपा अध्यक्ष बीडी शर्मा और प्रदेश के काबिना मंत्री कैलाश विजयवर्गीय के साथ इंदौर से लोकसभा सदस्य शंकर लालवानी तथा अन्य प्रमुखजन उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि इंदौर-मनमाड़ रेलवे परियोजना की स्वीकृति मध्यप्रदेश के लिए ऐतिहासिक निर्णय है। मध्यप्रदेश, देश के मध्य भाग में स्थित है। इसको देखते हुए यहां रेलवे के विकास की अपार संभावनाएं है। उन्होंने इंदौर-मनमाड़ परियोजना की स्वीकृति पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव का आभार जताया। उन्होंने कहा कि इस रेलवे लाइन से मध्यप्रदेश के मालवा एवं निमाड़ अंचल के अनुसूचित जनजाति के लोगों का समुचित विकास होगा। यह परियोजना उनके जीवन में सकारात्मक बदलाव का बड़ा माध्यम बनेगी।

उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश के अनुसूचित जनजाति के लोगों के जीवन में यह रेलवे लाइन एक नई शुरुआत करेगी। मालवा-निमाड़ क्षेत्र में रोजगार के साधन बढ़ेंगे। व्यापारिक, औद्योगिक, कृषि क्षेत्र का विकास होगा। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में लॉजिस्टिक हब बनाने की संभावनाएं बढ़ी हैं। उन्होंने कहा कि जहां से यह रेल लाइन जाएगी वहां समान रूप से राज्य शासन द्वारा भी विकास के कार्य किए जाएंगे। इस क्षेत्र को इकोनॉमिक कॉरिडोर के रूप में विकसित किया जाएगा। हम संकल्प लेकर यह कार्य शुरू कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस रेलवे लाइन के बन जाने से धार्मिक पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। चार ज्योतिर्लिंग परस्पर जुड़ जाएंगे। अन्य प्रमुख धार्मिक स्थलों तक भी आवागमन का सहज हो जाएगा।

श्री वैष्णव ने कहा कि इंदौर-मनमाड़ नई रेल लाइन परियोजना की कुल लंबाई 309 किलोमीटर है, जो मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र के महत्वपूर्ण जिलों को जोड़ेगी। परियोजना की कुल लागत 18,036.25 करोड़ रूपये है। यह परियोजना मध्य प्रदेश के प्रमुख जिलों जैसे इंदौर, धार, खरगोन, और बड़वानी को सीधे महाराष्ट्र के नासिक और धुले जिलों से जोड़ेगी, जिससे इन जिलों में आर्थिक और सामाजिक विकास को बल मिलेगा।
(updatedon3rd sept 24)
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