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भारत में लोकतंत्र एवं संविधान
भारत में लोकतंत्र एवं संविधान की स्पिरिट की जड़ें गहरी हैं


नयी दिल्ली - कॉमनवेल्थ अटॉर्नीस एंड सॉलिसिटर्स जनरल कॉंफ़्रेंस के समापन समारोह में केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने कहा कि यह कॉंफ़्रेंस ऐसे समय में हो रही है जब ज्योग्राफिकल बाउंड्री का विश्व में कोई महत्व नहीं बचा है। उन्होंने कहा कि ज्योग्राफिकल बाउंड्री का महत्व अब न तो कॉमर्स के लिए रहा और न ही क्राइम के लिए रहा। कॉमर्स भी बॉर्डरलेस हो रहा है और क्राइम भी और ऐसे समय में यदि कॉमर्स के विवाद और क्राइम से बॉर्डरलेस तरीके से निपटना है तो हमें कोई न कोई नई व्यवस्था और परंपरा शुरू करनी होगी। गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि आम व्यक्ति के जीवन में न्याय का बहुत महत्व है और न्याय के प्रति उनकी बहुत श्रद्धा है। राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु ने समापन समारोह की अअध्यक्षता की।

गृहमंत्री ने कहा कि राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू, नई दिल्ली से एक हजार किलोमीटर दूर स्थित सुदूर और भारत के सबसे पिछड़े इलाके और सबसे पिछड़े ट्राइब से राष्ट्रपति पद तक पहुंची व्यक्ति हैं। यह बताता है कि भारत में लोकतंत्र एवं संविधान की स्पिरिट की जड़ें कितनी गहरी हैं। उन्होंने कहा कि इस कॉंफ़्रेंस का दायरा केवल कोर्ट तक सीमित नहीं है, बल्कि यह कॉमनवेल्थ देशों और एक प्रकार से पूरी दुनिया के आम लोगों से जुड़ा हुआ है।श्री शाह ने कहा कि हर देश के संविधान में भावनाएँ भी होती हैं और कुछ मूल्यों को भी निर्धारित किया गया होता है। परंतु न्याय और अधिकार सभी में कॉमन होते हैं और इन्हें जमीन पर उतारने और न्याय को अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने का काम न्याय तंत्र ही करता है।

श्री शाह ने कहा कि आज के टेक्नोलॉजी के दौर में जस्टिस डिलीवरी की कल्पना में ‘कोऑपरेशन’ और ‘कोऑर्डिनेशन’ को मूल मंत्र बनाना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि आज के ग्लोबल क्राइम चौलेंज जब सीमाओं का सम्मान नहीं करते हैं तो जस्टिस डिलीवरी में भी हमें सीमाओं को एंड यानी साध्य की तरह नहीं बल्कि मीन्स यानी साधन की तरह देखना होगा।

इस अवसर पर सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश न्यायमूर्ति सूर्यकांत, केन्द्रीय विधि एवं न्याय राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल, भारत के अटॉर्नी जनरल डॉ आर वेंकटरमणी, भारत के सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता और कॉमनवेल्थ लीगल एजुकेशन एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ एस शिवकुमार सहित अनेक गणमान्य उपस्थित थे।
(updated on 4th feb 24)