कृषिमंत्री चौहान ने शहरी भूमि अभिलेख अंतर्राष्ट्रीय कार्यशाला का किया उद्घाटन
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ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि सरकार ने छह लाख 26 हजार से अधिक गांवों में भूमि अभिलेखों का कम्प्यूटरीकरण किया है, जिसमें पांच हजार से अधिक उप-पंजीयक कार्यालय शामिल हैं। उन्घ्होंने आज नई दिल्ली में शहरी भूमि अभिलेखों के लिए सर्वेक्षण-पुनर्सवेक्षण में आधुनिक तकनीकों पर अंतर्राष्ट्रीय कार्यशाला का उद्घाटन किया।
भू-आधार पहल के तहत हासिल की गई उपलब्धियों पर प्रकाश डालते हुए उन्घ्होंने कहा कि भूमि संसाधन विभाग ने लगभग 14 करोड़ भू-आधार विशिष्ट भूमि पार्सल पहचान संख्याएँ पंजीकृत की हैं। उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि इस वर्ष के बजट में व्यापक किसान रजिस्ट्री के निर्माण के लिए पाँच हज़ार करोड़ रुपये अलग रखे गए हैं। श्री चौहान ने कहा कि वर्ष 2021 से 2026 के लिए प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के तहत आठ हज़ार करोड़ रुपये से अधिक का वित्तीय परिव्यय रखा गया है। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम के वाटरशेड विकास घटक से लगभग 11 लाख 52 हज़ार किसान लाभान्वित हुए हैं।
सचिव, भूमि संसाधन विभाग, ग्रामीण विकास मंत्रालय, मनोज जोशी ने बताया कि यह अंतर्राष्ट्रीय कार्यशाला आयोजित की गई है इसके साथ ही हमने शहरी क्षेत्रों में सर्वेक्षण करने के लिए एक पायलट कार्यक्रम शुरू किया है। इसके लिए सर्वे ऑफ इंडिया हमारा टेक्निकल पार्टनर है जिससे कि सभी शहरों में ड्रोन फ्लाइंग की जा सके। ड्रोन फलाईंग से जो इमेजिज मिलेगी उससे राज्यों के राजस्व और शहरी विभाग शहरी लैंड रिकॉर्ड, शहरों के मास्टर प्लान और ड्रेनेज रिकॉर्ड तैयार करेंगे।
(updated on 21st october 24)
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