’’मैं हूं मोदी का परिवार’’-भाजपा का भावनात्मक ’’चौका’’/////रक्षा-उत्पादन क्षेत्र को बना रहे हैं आत्मनिर्भर-राजनाथ सिंह //// मोदी ने तेलंगाना में 56 हजार करोड़ रुपये की विकास-परियोजनाओं का शुभारंभ किया/////मेडिकल छात्रों और मेडिकल/गैर मेडिकल सलाहकारों के एक समूह ने राष्ट्रपति सेमुलाकातकी///////विवेक भारद्वाज ने रांची, झारखंड में दूसरे क्षेत्रीय सम्मेलन का उद्घाटन किया//////भाजपा की दूसरी लिस्ट कल आ सकती है//////-संपादकीय--’’कानून’ शब्द पर विधायिका व न्यायपालिका से उम्मीदें हैं/////
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Detailed Discussion Forum
उम्मीदवार-डा.अभय ओहरी
विधानसभा-रतलाम ग्रामीण


मेरी विचारधारा कांग्रेस से जुड़ी रही है। एक चिकित्सक के रूप में कई दशकों से मैं इसी क्षेत्र में निवास करते हुए जनसेवा भी करता रहा हॅू। कांग्रेस ने मेरे संपर्क, संबंध और योग्यता को आधार बनाकर उम्मीदवारी देने का वचन दिया था लेकिन अचानक बाहरी व्यक्ति को टिकट दे दिया। मैं आपको बता दूं कि इस बार इस विधानसभा क्षेत्र का मुकाबला दो पार्टियों में ना होकर त्रिकोणात्मक हो गया है। इस बार यहां पर परिवर्तन निश्चित है। जहां तक इस क्षेत्र के विकास की बात है तो मैं कहना चाहूंगा कि में उद्योगों के विकास का समर्थक हूॅ लेकिन उद्योगों के नाम पर जो धन बनाने का अभियान चला है और उससे क्षेत्रीय ग्रामीणों को सर्वाधिक हानि हुई है। औद्योगिक जगत के नाम पर उनकी जमीनें ले ली जाती हैं लेकिन वर्षों तक वहां उद्योग नहीं लगते हैं। बाद में इन्हीं जमीनों का कनवर्जन कराकर कालोनियां काट दी जाती हैं। इसी प्रकार यहां सरकारी स्कूल हैं लेकिन पर्याप्त और दक्ष स्टाफ की कमी है। मेरा कहना है कि नये उद्योगों से पहले पुराने बंद कारखानों और मिलों को पुनःचालू करवाया जाना चाहिए। इसी प्रकार मेरा सुझाव है कि राज्य सरकार और स्थानीय प्रशासन को उन उम्मीदवारों का भी शहर के विकास में योगदान लेना चाहिए जो कि विधानसभा या अन्य चुनावों में दूसरे, तीसरे, चौथे नम्बर पर रहते हैं। आखिर इन पराजित उम्मीदवारों को भी तो सैकड़ों और हजारों वोट मिलते हैं। इन पराजित उम्मीदवारों को अपने इलाके की परेशानियों का पता होता है। अगर इनका भी सहयोग लिया जाए तो शहर के विकास में चार चांद लग सकते हैं।(updated ion 23rd nove 23)
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