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भारत 2025 तक पांच वैश्विक
भारत 2025 तक पांच वैश्विक जैव-विनिर्माण केंद्रों में शामिल हो जाएगा


नयी दिल्ली-विज्ञान और प्रौद्योगिकी राज्घ्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा है कि भारत 2025 तक शीर्ष पांच वैश्विक जैव-विनिर्माण केंद्रों में शामिल हो जाएगा। उन्होंने कहा, जैव प्रौद्योगिकी में वैश्विक व्यापार का एक महत्वपूर्ण साधन बनने की क्षमता है। यह भारत की समग्र अर्थव्यवस्था में योगदान देगा। अगले महीने नई दिल्ली में आयोजित होने वाले ग्लोबल बायो-इंडिया-2023 की वेबसाइट शुरूआत करते हुए डॉ. सिंह ने कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पिछले नौ वर्षों में भारतीय जैव-अर्थव्यवस्था ने वर्ष दर वर्ष दोहरे अंक की विकास दर देखी है।

उन्होंने कहा, भारत को अब दुनिया के शीर्ष 12 जैव प्रौद्योगिकी देशों में शामिल किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि 2014 में, भारत की जैव अर्थव्यवस्था लगभग 10 अरब डॉलर थी और आज यह 80 अरब डॉलर है। उन्होंने कहा, केवल नौ वर्षों में यह आठ गुना बढ़ गया है। वर्ष 2030 तक इसके तीन अरब डॉलर होने की संभावना है। डॉ. सिंह ने कहा, आने वाले समय में जैव-अर्थव्यवस्था लोगों की आजीविका का एक विशााल स्रोत बनने जा रही है।
(UPDATED ON 5TH NOVEMBER 23)