’’मैं हूं मोदी का परिवार’’-भाजपा का भावनात्मक ’’चौका’’/////रक्षा-उत्पादन क्षेत्र को बना रहे हैं आत्मनिर्भर-राजनाथ सिंह //// मोदी ने तेलंगाना में 56 हजार करोड़ रुपये की विकास-परियोजनाओं का शुभारंभ किया/////मेडिकल छात्रों और मेडिकल/गैर मेडिकल सलाहकारों के एक समूह ने राष्ट्रपति सेमुलाकातकी///////विवेक भारद्वाज ने रांची, झारखंड में दूसरे क्षेत्रीय सम्मेलन का उद्घाटन किया//////भाजपा की दूसरी लिस्ट कल आ सकती है//////-संपादकीय--’’कानून’ शब्द पर विधायिका व न्यायपालिका से उम्मीदें हैं/////
Home | Latest Articles | Latest Interviews |  Past Days News  | About Us | Our Group | Contact Us
भारत में स्टेम सेल से होगा चिकित्सा विकास
नयी दिल्ली- संसार छाया रिसर्च फाउंडेशन और संसार छाया ग्रुप ने यूनिवर्सल पीस बेगर सोसाइटी की नीव रखते हुये भारत सरकार से जिले लेवल पर शासकीय अस्पतालों पर स्टेम कोशिका का नवजात शिशुओं के जन्म के तुरंत बाद स्टोरेज के लिए कार्यालयीन शोध संचार जारी की है। भारत सरकार व आइसीएमआर द्वारा इन विषयो को गंभीरतापूर्वक लिया जा रहा है। सरकार ने स्टेम कोशिका इलाज को शोध आधार पर गाइडलाइन जारी कर लागू कर दिया है। हालाकि बीमा लाभ इन इलाजो पर अभी नही उपलब्ध है क्योंकि यह अभी शोध स्तर पर है।

संसार छाया रिसर्च फाउंडेशन के प्रभारी कार्यकारी चेयरमैन व इंटरप्रेन्योर डा. विनय कुमार वर्मा ने बताया कि सरकार ने अपने बजट पर चिकित्सा शोध पर राशि अबंटन बढ़ा कर आम आदमी व चिकत्सकों तथा चिकित्सा शोध पर जोर दिया है। डिपार्टमेन्ट ऑफ साइंस एन्ड टेक्नोलॉजी व विभिन्न गवर्नमेंट स्पोंसर्ड फंडिंग भी उपलब्ध है। उच्च शिक्षा संस्थानों व शोधकर्ताओ व छात्रों को इन विषयो पर शोध पत्र लेखन व प्रकाशन भारतीय राष्ट्रीय सकल विकास को स्वयंसेवक के रूप में समर्पित करना हितकर होगा। हम 142 करोड़ लोग अगर १ मिनट के लिए अपने मानव समाज के समक्ष की समस्या के इलाज के लिए खड़े हो तो अगले मिनट उस समस्या का शास्वत निराकरण निकल जायेगा। मानव समाज के ऐसे एकत्रीकरण को वन अंबरेला पालिसी के तहत् एक्जुट कहना उचित होगा। मधुमेह में भारत विश्व की राजधानी कहना अतिसन्योक्ती नही होगा। थाईराइ्ड और शुगर हारमोनल एम्बैलेंस है, स्टेम कोशिका से इनका इलाज करना विषय विशेषज्ञ द्वारा लगभग असंभव बताया गया है जबकी यदि पैंक्रियाज और थाइराइड ग्लैंड में अगर कोई फिजिकल र्स्ट्क्चरल त्रुटि है तो उसको दूर किया जा सकता है।

डा.वर्मा के अनुसार वयस्क स्टेम कोशिकाएं या दैहिक स्टेम कोशिकाएं, शरीर के लगभग सभी अंगों में मौजूद होती हैं. ये कोशिकाएं अविभेदित होती हैं और किसी ऊतक या अंग में विभेदित कोशिकाओं के बीच रहती हैं. इनमें खुद को नवीनीकृत करने और विशेष प्रकार की कोशिकाओं में अंतर करने की क्षमता होती है। स्टेम कोशिका का कलेक्शन बच्चे के जन्म के समय किया जाता है और एडल्ट स्टेम सेल को मनुष्य या जीव के सामान्य जीवनकाल में प्रोसेस किया जा सकता है।
(updated on 3rd march 24)