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-गिले-शिकवे दूर किये लोकसभा में
-गिले-शिकवे दूर किये लोकसभा में सभी दलों और सदस्यों ने--सभी दलों और सांसदों ने अध्यक्ष के रूप में अध्यक्ष के नेतृत्व की प्रशंसा की, भावुक हुए ओम बिड़ला


नयी दिल्ली-17वीं लोकसभा आज अनिश्चितकाल के लिए स्थगित हो गई। इसके साथ ही देश अब आम चुनाव की तरफ बढ़ गया। लोकसभा का अगल सत्र अब 18वीं लोकसभा के साथ ही आरम्भ होगा। अनुपूरक बजट सत्र के साथ आरम्भ हुई लोकसभा की कार्रवाई के अंतिम दिन आज सभी दलों और सांसदों ने पिछले पांच साल के दौरान एक-दूसरे पर लगाए गए आरोप और हमलों से इतर अपने गिले-शिकवे दूर किए। सभी ने अपने-अपने विदायी भाषण में वचन दिया कि देश के लोकतंत्र को और अधिक मजबूत बनाने के वे प्रयास करेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी लोकसभा में अपने अंतिम विदायी भाषण में पूरी संजीदगी दिखायी और इस दौरान पक्ष-विपक्ष की ओर से कोई हमले नहीं हुए। वंदे् मातरम् गान के साथ कार्रवाई का समापन हुआ। इस दौरान कांग्रेस की ओर से श्रीमती सोनिया गांधी भी उपस्थित थीं।

आज का दिन लोकसभा के लिए महत्वपूर्ण दिन था। सभी दलों के अधिकांश सदस्य आज सदन में मौजूद थे। सभी ने एक स्वर में एक के बाद एक अपने अंतिम भाषण वाक्यों में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला के नेतृत्व तथा उनकी कार्य शैली की प्रशंसा की। जब -जब सदस्य श्री बिड़ला के प्रति अपने भाव व्यक्त करते तब श्री बिड़ला भाव-विहल भी होते दिखायी पड़ते। विपक्ष से लेकर सत्ता पक्ष ने पंाच साल के दौरान सदन और सदन के बाहर परस्पर भाषण, आरोप और प्रत्यारोपों के संदर्भ में यही कहा कि लोकतंत्र में विचार व्यक्त करने की स्वतंत्रता को उन्होंने संजीदगी के साथ रखा और हम इस बात पर सहमत हैं कि हर हाल में प्रश्नकाल होना चाहिये। सदन को बीते सत्रों में जितनी बार स्थगन का सामना करना पड़ा वह नहीं होना चाहिये था। श्री बिड़ला ने भी अपने प्रति व्यक्त किए गए भाव को विनम्रता के साथ स्वीकार किया।

आज दोपहर बाद जैसे ही सदन की कार्रवाई आरम्भ हुई उसके साथ ही अध्यक्ष ओम बिड़ला ने सभी प्रमुख पार्टियों के नेताओं और कुछ सदस्यों को अपने अंतिम विदाई वाक्य के लिए आमंत्रित किया। इसमें जदयू, आंध्रप्रदेश की वाईएसआरसी, कांग्रेस, बसपा सहित अन्य पार्टियों के नेताओं ने अध्यक्ष की आसंदगी के प्रति पूरी विनम्रता दिखायी।

वर्तमान लोकसभा के अंदर अपने अंतिम भाषण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लीक से हटकर सत्र के दौरान सभी सदस्यांे के योगदान की सराहना की। उन्होंने कोरोनाकाल का भी जिक्र किया और कहा कि इस संकट के समय सभी सांसदों ने अपनी सांसद निधि का उपयोग कोरोना से लड़ने के लिए किया जो कि तारीफे काबिल है। मोदी ने कहा, ये पांच साल देश में रिफॉर्म, परफॉर्म और ट्रांसफॉर्म के थे। ऐसा बहुत कम होता है कि रिफॉर्म और परफॉर्म दोनों हों और हम अपनी आंखों के सामने बदलाव देख सकें। पीएम ने कहा कि जम्मू कश्मीर में सामाजिक न्याय किया गया। आने वाली पीढ़ी न्याय संहिता में जिएगी। हमने धारा 370 हटाकर संविधान की खाई हटाई। हमने आतंकवाद के खिलाफ सख्त कानून बनाए। पीएम मोदी ने कहा कि नए सदन में दूरगामी निर्णय हुए। इस सत्र में नारी वंदन अधिनियम बनकर पास हुआ। मुस्लिम बेटियों को हमने न्याय दिलवाया। मुस्लिम बहनों को तीन तलाक से मुक्ति मिली। पीएम ने ये भी कहा कि आतंकवाद मुक्त भारत बनाने का सपना पूरा करेंगे।
(UPDATED OIN 10TH FEB 24)